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मेरे दिल की बात

मेरा पूर्ण विश्वास है की हम जो भी परमपिता परमेश्वर से मन से मागते है हमें मिलता है जो नहीं मिलता यां तो हमारे मागने में कमी है यां फिर वह हमारे लिए आवश्यक नहींहै क्योकि वह (प्रभु ) हमारी जरूरतों को हम से बेहतर जनता है फिर सौ की एक बात जो देने की क्षमता रखता है वह जानने की क्षमता भी रखता है मलकीत सिंह जीत>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>> ................ मेरे बारे में कुछ ख़ास नहीं संपादक :- एक प्रयास ,मासिक पत्रिका पेशे से :-एक फोटो ग्राफर , माताश्री:- मंजीत कौर एक कुशल गृहणी , पिताश्री :-सुरेन्द्र सिंह एक जिम्मेदार पिता व् जनप्रतिनिधि (ग्राम प्रधान1984 -1994 /2004 - अभी कार्यकाल जारी है http://jeetrohann.jagranjunction.com/

शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2011

शिक्षक दिवस पर नेताओ से …………..

फिर से भारत को मेरे महान कर दो
फिर से भारत को मेरे महान कर दो
फिर से भारत को मेरे महान कर दो
        रोजी रोटी का मेरी सामान कर दो
       फिर से भारत को मेरे महान कर दो
      रोजी रोटी का मेरी …………………..
मेरे घर इक मंदिर भी है ,मस्जिद भी है
मै सलीब पे इसा सा चढ़ाता भी  हूँ
मै इंसा से क्या क्या ये बनता गया
          “जीत” मुझे बस फिर से इक इन्सान कर दो
            फिर से भारत को मेरे महान कर दो
             रोजी रोटी का मेरी …………………..
राजनीति उनको सिखला न पाउँगा
नेता उनको हरगिज बना न पाउँगा
अब तो शायद उनको  पढ़ा न पाउँगा (महगाई के कारण)
           मेरे देश के बच्चों का पढना आसन कर दो
            फिर से भारत को मेरे महान कर दो
            रोजी रोटी का मेरी ……………

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