अपने हाथों की लकीरों में बसा ले मुझको
Lyricist: Qateel Shifai
Singer: Jagjeet Singh
अपने हाथों की लकीरों में बसा ले मुझको
मैं हूँ तेरा तो नसीब अपना बना ले मुझको।
मुझसे तू पूछने आया है वफ़ा के माने
ये तेरी सादा-दिली मार ना डाले मुझको।
ख़ुद को मैं बाँट ना डालूँ कहीं दामन-दामन
कर दिया तूने अगर मेरे हवाले मुझको।
बादाह फिर बादाह है मैं ज़हर भी पी जाऊँ ‘क़तील’
शर्त ये है कोई बाहों में सम्भाले मुझको।
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मुझसे तू पूछने आया है वफ़ा के माने
जवाब देंहटाएंये तेरी सादा-दिली मार ना डाले मुझको।
सुंदर भावों का सम्प्रेषण किया है ......!
अपने हाथों की लकीरों में बसा ले मुझको
जवाब देंहटाएंमैं हूँ तेरा तो नसीब अपना बना ले मुझको।
jagjeet ji ka jana hmesha dukhi krega.